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Dard Bhari Shayari in Hindi
Dard Bhari Shayari – दोस्तों आप मे से काभी लोंग का दिल की बार टूट चुका होगा जिस वजह से आप काफी निरास भी रहते होंगे और निरास हो भी क्योंकि न, क्योंकि इस दिल के टूटने मे जितना दर्द होता है।
उसे केवल आप ही समझ सकते हो क्योंकि इस दिल को समझने वाला केवल दो ही लोंग होते एक तो आप और दूसरा जिसने इसको तोड़ वो।
इस लिए आप अपने दिल को दस्ता किसी को मत सुनाओ यारों क्योंकि ये दुनिया किसी की नहीं बल्कि खुद अपने दर्द का मलहम बनो और कुछ ऐसा करो की दुनिया आपको सलाम करे और जो आपके छोड़ कर गया वो अपनी गलती का अफसोस करे।
आज हम आपको सबसे पहले अपने दिल को मलहम देने कुछ खास शायरी जो की एक तरह से दर्द भरी शायरी ( Dard Bhari Shayari ) है वो प्रस्तुत कर रहे ताकि आप इसे पढ़ कर अपने दिल के दर्द को कम करो फिर आगे बढ़ो।
Best Dard Bhari Shayari
दूर रहकर भी मेरे क़रीब हो,
मेरे दिल से पूछो कितने अज़ीज़ हो,
अपनी हथेली को कभी गौर से देखना,
खुद जान जाओगे कि तुम मेरा नसीब हो.,
कोई फ़र्क नहीं पड़ता कि तुमने,
किसे चाहा और कितना चाहा,
हमें तो ये पता है कि हमने,
सिर्फ तुम्हें चाहा और हद से ज़्यादा चाहा.,
तुम्हें सोच कर खुद को भूल जाते हैं,
तन्हाई में अक्सर ग़ज़ल गुनगुनाते हैं,
इश्क़ हो गया है या कोई और बला है,
बेवजह यूँ हर घड़ी अब मुस्कुराते हैं.,
यह दिल तेरे लिए बेकरार आज भी है,
मेरी आँखों को तेरा इंतज़ार आज भी है,
तू आएगी यह उम्मीद है मुझे,
मुझे तुम पे ऐतबार आज भी है.,
दिमाग कह रहा है,
अब वो कभी याद नही करेंगे,
ओर दिल कह रहा है,
थोड़ा और इंतजार कर.,
मै खाबो में खोया था तेरे ,
तू मेरे सपनो में खोई थी क्या,
और ये जो मोहब्बत मोहब्बत करती हो,
तुम्हे सच में मोहब्बत हुई थी क्या.,
चाहे कोई जैसा भी हसफ़र हो सदियों से,
रास्ता बदलने में देर कितनी लगती है,
ये तो वक़्त के बस में है, की कितनी मोहलत दे,
वरना वक़्त ढलने में देर कितनी लगती है.,
गिराया जिसे अपनों ने वो उठकर फिर क्या करता,
परायों से जो लड़ा नहीं वो अपनों से क्या लड़ता.,
तेरी बातों का असर जो छाया है मेरे दिल पर,
यक़ीनन मुझे तड़पाएगा अब ये रात भर,
सोचा भूल जाऊंगा तुझे अब करूँगा ना याद,
मगर दर्द ही मिला मुझे, तुझे भूल कर.,
क्या प्यार में सोचा था, क्या प्यार में पाया हैं,
तुझको मिलाने की चाहत में, खुद को मिटाया हैं,
इस पर भी कोई इलज़ाम, ना तुझ पर लगाया हैं,
मेरी ही ख्वाईशो ने, आज मुझे अर्थी पर सुलाया हैं.,
यह ग़ज़लों की दुनिया भी अजीब है,
यहाँ आँसुओं का भी जाम बनाया जाता है,
कह भी देते हैं अगर दर्द-ए-दिल की दास्तान,
फिर भी वाह-वाह ही पुकारा जाता है.,
कसम से सब्र की इन्तहा हो चली हैं,
दर्द-ए-दिल कहना हैं अब मुश्किल,
और येह आँखें वीरान हो चली हैं.,
ज़िन्दगी के उलझे सवालो के जवाब ढूंढता हु,
कर सके जो दर्द कम, वोह नशा ढूंढता हु,
वक़्त से मजबूर, हालात से लाचार हु मैं,
जो देदे जीने का बहाना ऐसी राह ढूंढता हु.,
मेरे बहते आंसुओ की कोई कदर नहीं,
क्यों इस तरह नजरो से गिरा देते हो,
क्या यही मौसम पसंद है तुम्हे जो,
सर्द रातो में आंसुओ की बारिश करवा देते हो.,
मोहब्बत का मेरे सफर आख़िरी है,
ये कागज, कलम ये गजल आख़िरी है,
मैं फिर ना मिलूंगी कहीं ढूंढ लेना,
तेरे दर्द का ये असर आख़िरी है.,
यह इश्क का जुआ हम भी खेल चुके हैं दोस्त,
रानी किसी और की हुई और जोकर हम बन गए.,
डालकर आदत बेपनाह मोहब्बत की,
अब कहते हैं, समझा करो वक्त नहीं है.,
ये तो जमीन की फितरत है,
वो हर चीज को मिटा देती है,
वरना तेरी यादों में गिरने वाले,
आंसुओं का अलग समंदर होता.,
और कितनो से दिल लगाओगे,
और कितनो का दिल दुखाओगे,
किसी रोज किसी के खातिर,
तुम भी तड़पते रह जाओगे.,
दर्द वही देते हैं जिन्हें आप,
अपने होने का हक देते हैं। वरना,
गैर तो हल्का सा धक्का लगने पर भी,
माफी मांग लिया करते हैं.,
अकेले रोना भी क्या खूब कारीगरी है,
सवाल भी खुद के होते हैं और जवाब भी खुद के.,
जब दर्द हद से ज्यादा बढ़ जाता है,
तो नजरों से अश्कों की जगह,
लफ्जों से अल्फाज निकलने लगते हैं.,
एक दिन जब हुआ प्यार का एहसास उन्हें,
वो सारा दिन आकर हमारे पास रोते रहे,
और हम भी इतने खुदगर्ज निकले यारों की,
आँखें बंद कर के कफन में सोते रहे.,
रखी ही नहीं फिर किसी से मोहब्बत की आस,
एक तेरी याद ही बहुत है जिंदगी भर तडपाने के लिए.,
दर्द से दोस्ती हो गई यारों,
जिंदगी बेदर्द हो गई यारों,
क्या हुआ जो जल गया आशियाना हमारा,
दूर तक रोशनी तो हो गई यारों.,
मत बनाना इस जहाँ में रिश्ता,
बहुत मुश्किल उन्हें निभाना होगा,
एक नया दर्द देगा, हर एक नया रिश्ता,
एक तरफ तुम बेबस खड़े होगे,
और दूसरी तरफ हँसता हुआ जमाना होगा.,
ये तो बस वही जान सकता है,
मेरी तन्हाई का आलम,
जिसने जिंदगी में किसी को,
पाने से पहले खोया हो.,
हम तो ख्वाबो की दुनिया में बस खोते गये,
होश तो था फिर भी मदहोश होते गये,
उस अजनबी चेहरे में क्या जादू था,
न जाने क्यों हम उसके होते गये.,
पत्ते गिर सकते है पर पेड़ नहीं,
सूरज दुब सकता है पर आसमान नहीं,
धरती सुख सकती है पर सागर नहीं,
तुम्हे दुनिया भूल सकती है पर मै नहीं.,
चाहा ना उसने मुझे बस देखता रहा,
मेरी ज़िंदगी से वो इस तरह खेलता रहा,
ना उतरा कभी मेरी ज़िंदगी की झील में,
बस किनारे पर बैठा पथर फेंकता रहा.,
कोई मिला ही नही हमे कभी हमारा बन कर,
वो मिला भी तो हमे सिर्फ किनारा बनकर,
हर ख्वाब बन कर टुटा है यहां,
अब बस इंतज़ार ही मिला है एक सहारा बन कर.,
पाने से खोने का मज़ा कुछ और है,
बंद आँखों से सोने का मज़ा कुछ और है,
आँसू बने लफ़ज़ और लफ़ज़ बनी जुबा,
इस ग़ज़ल में किसी के होने का मज़ा कुछ और है.,
सांसो का पिंजरा किसी दिन टूट जायेगा,
ये मुसाफिर किसी राह में छूट जायेगा,
अभी जिन्दा हु तो बात क्र लिया करो,
क्याब पता कब हम से खुदा रूठ जायेगा.,
कभी रूत ना जाना मुझे मनाना नहीं आता,
कभी दूर ना जाना मुझे पास बुलाना नहीं आता,
अगर तुम भूल जाओ तो वो तुम्हारी मर्जी,
हमें तो भूल जाना भी नहीं आता.,
हज़ारो बातें मिल कर एक राज़ बनता है,
सात सुरों के मिलने से साज़ बनता है,
आशिक़ के मरने पर कफ़न भी नहीं मिलता,
और हसीनाओ के मरने पर ताज़ बनता है.,
जख़्म इतना गहरा हैं इज़हार क्या करें,
हम ख़ुद निशां बन गये ओरो का क्या करें,
मर गए हम मगर खुली रही आँखे हमरी,
क्योंकि हमारी आँखों को उनका इंतेज़ार हैं.,
दिन हुआ है, तो रात भी होगी,
मत हो उदास, उससे कभी बात भी होगी,
वो प्यार है ही इतना प्यारा,
ज़िंदगी रही तो मुलाकात भी होगी.,
होले होले कोई याद आया करता है,
कोई मेरी हर साँसों को महकाया करता है,
उस अजनबी का हर पल शुक्रिया अदा करते हैं,
जो इस नाचीज़ को मोहब्बत सिखाया करता है.,
मंजिल भी उसकी थी, रास्ता भी उसका था,
एक मैं ही अकेला था, बाकि सारा काफिला भी उसका था,
एक साथ चलने की सोच भी उसकी थी,
और बाद में रास्ता बदलने का फैसला भी उसी का था.,
की थी मोहब्बत जब हमने,
तो उसका अंजाम किसे मालूम था,
मिलेगा दर्द वफ़ा के बदले,
यह ईनाम किसे मालूम था.,
यूं बदलने का अंदाज ज़रा हमें भी सीखा दो,
जैसे हो गए हो तुम बेवफ़ा वैसे हमें भी बना दो.,
ना दिन ढंग से गुजरता है,
ना रात को नींद आती है,
क्या करूँ मैं ऐ दोस्त मेरे,
तेरी याद बहुत सताती है.,
मेरे अल्फाज़ों को झूठ ना समझना,
याद आती हो बहुत मिलने की दुआ रना,
जी रहा हूँ तुम्हारा नाम लेकर,
मर जाऊ तो बेवफा ना समझना.,
हर सपना किसी का पूरा नहीं होता,
कोई किसी के बिना अधुरा नहीं होता,
जो रौशन करता हैं सब रातों को,
वो चाँद भी तो हर रात पूरा नहीं होता.,
मिलके बिछड़ना दस्तूर है जिंदगी का,
एक यही किस्स मशहूर है जिंदगी का,
बीते हुए पल कभी लौट कर नहीं आते,
यही सबसे बड़ा कसूर है जिंदगी का.,
प्रेम करके हमने क्या पाया है,
बस अपना समय किया जाया है,
इश्क़ किया जिससे ज़हां से ज़्यादा,
उससे हमने बस धोखा खाया है.,
कोई अच्छी सी सज़ा दो मुझको,
चलो ऐसा करो भूला दो मुझको,
तुमसे बिछडु तो मौत आ जाये,
दिल की गहराई से ऐसी दुआ दो मुझको.,
ऐसा भी नहीं की उससे मिला दे कोई,
कैसी हैं वो बस इतना बता दे कोई,
सुखी हैं बरी देर से पलकों की जुवा,
आज की रात तो जी भर के रुला दे कोई.,
वक़्त बदलता है हालात बदल जाते हैं,
ये सब देख कर जज़्बात बदल जाते हैं,
ये कुछ नही बस वक़्त का तक़ाज़ा है दोस्तो,
कभी हम तो कभी आप बदल जाते हैं.,
दिल में है जो दर्द वो किसे बताएं,
हँसते हुए ज़ख्म किसे दिखाएँ,
कहती है ये दुनिया हमे खुशनसीब,
मगर नसीब की दास्तान किसे सुनाएँ.,
गुनाह करके सज़ा से डरते हैं,
जहर पी के दवा से डरते हैं,
दुश्मनों के सितम का खौफ नहीं,
हम तो दोस्तों की वफ़ा से डरते हैं.,
हम अपना दर्द किसी को कहते नही,
वो सोचते हैं की हम तन्हाई सहते नही,
आँखों से आँसू निकले भी तो कैसे,
क्योकि सूखे हुवे दरिया कभी बहते नही.,
बेताब से रहते हे तेरी याद मे अक्सर,
रात भर नही सोते तेरी याद मे अक्सर,
जिस्म मे दर्द का बहाना सा बना के,
हम टूट के रोते हे तेरी याद मे अक्सर.,
ना पूछ मेरे सब्र की इंतेहा कहाँ तक हैं,
तू सितम कर ले, तेरी हसरत जहाँ तक हैं,
वफ़ा की उम्मीद, जिन्हें होगी उन्हें होगी,
हमें तो देखना है, तू बेवफ़ा कहाँ तक हैं.,
हसीं चेहरे पर कभी ऐतबार ना करना,
तोड देते हैं दिल कभी प्यार ना करना,
है गुजारिश सबसे मेरी, मर जाओगे,
वो ना आयेंगे कभी इंतजार ना करना.,
क्यों कोई चाह कर महोब्बत निभा नहींपाता,
कोई चाह कर रिश्ता बना नहीं पाता,
क्यों लेती है जिंदगी ऐसी करवट,
कि कोई चाह कर भी प्यार जता नहीं पाता.,
ज़ख़्म जब मेरे सिने के भर जाएँगे,
आँसू भी मोती बनकर बिखर जाएँगे,
ये मत पूछना किस किस ने धोखा दिया,
वरना कुछ अपनो के चेहरे उतर जाएँगे.,
जिंदगी के रंग कितने निराले हैं,
साथ देने वाला हर कोई है लेकिन हम अकेले हैं,
पानी है मंजिल हमें मगर रास्तों में रुकावटे हैं,
खुशियों में सब साथ हैं, गमों में सब पराये हैं.,
इन हसीनो से तो कफ़न अच्छा है,
जो मरते दम तक साथ जाता है,
ये तो जिंदा लोगो से मुह मोड़ लेती हैं,
कफ़न तो मुर्दों से भी लिपट जाता है.,
तन्हा रहना तो सीख लिया हमने,
लेकिन खुश कभी ना रह पाएंगे,
तेरी दूरी तो फिर भी सह लेता ये दिल,
लेकिन तेरी मोहब्बत के बिना ना जी पाएंगे.,
कहाँ वफा का सिला देते हैं लोग,
अब तो मोहब्बत की सजा देते हैं लोग,
पहले सजाते हैं दिलो में चाहतों का ख्वाब,
फिर ऐतबार को आग लगा देते हैं लोग.,
तेरी उल्फत को कभी नाकाम ना होने देंगे,
तेरी दोस्ती को कभी बदनाम ना होने देंगे,
मेरी जिंदगी में कभी सूरज निकले ना निकले,
तेरी जिंदगी में कभी शाम नहीं होने देंगे.,
हर पल दिल को बहला लेता हूँ,
तन्हाई में खुद को ही दोस्त बना लेता हूँ,
याद उनको करके मुस्कुरा लेता हूँ,
गुजरे लम्हों को फिर करीब बुला लेता हूँ.,
तुमको छुपा रखा हे इन पलकों मे,
पर इनको ये बताना नहीं आया,
सोते हुए भीग जाती हे पलके मेरी,
पलकों को अब तक दर्द छुपाना नहीं आया.,
नदी जब किनारा छोर देती हैं,
राह की चट्टान तक तोर देती हैं,
बात छोटी सी अगर चुभ जाए दिल में तो,
जिंदगी के रास्तों को भी मोर देती हैं.,
उसकी पलकों से आँसू को चुरा रहे थे हम,
उसके ग़मोको हंसींसे सजा रहे थे हम,
जलाया उसी दिए ने मेरा हाथ,
जिसकी लो को हवासे बचा रहे थे हम.,
कब्र के सन्नाटे में से एक आवाज़ आयी,
किसी ने फूल रखके आंसूं की दो बूंद बहायी,
जब तक था जिंदा तब तक ठोकर खायी,
अब सो रहा हूं तो उसको मेरी याद आयी.,
रोने से किसी को पाया नहीं जाता,
खोने से किसी को भुलाया नहीं जाता,
वक्त सबको मिलता है जिन्दगी बदलने के लिए,
पर जिन्दगी नहीं मिलती वक्त बदलने के लिए.,
दर्द देने का अंदाज कुछ ऐसा है,
दर्द दे कर कहते है अब हाल कैसा है,
ज़हर दे कर कहते है अब पीना होगा,
जब पी लिए तो कहते है अब जीना होगा.,
मेरे प्यार को दुनिया मे कोई समझ न पाया,
रोता था जब तन्हा कोई मेरे साथ न आया,
मिटा दिया खुद को उसके प्यार मे,
और लोग कहते हैं कि मुझे प्यार करना न आया.,
आँखों में रहा दिल में उतर कर नहीं देखा,
कश्ती के मुसाफिर ने समंदर नहीं देखा,
पत्थर मुझे कहता है मेरा चाहने वाला,
मैं मोम हूँ उसने मुझे छू कर नहीं देखा.,
कल उसकी याद पूरी रात आती रही,
हम जागे पूरी दुनिया सोती रही,
आसमान में बिजली पूरी रात होती रही,
बस एक बारिश थी जो मेरे साथ रोतीरही.,
काश वो पल संग बिताए न होते,
जिनको याद कर के ये आँसू आये ना होते,
खुदा को अगर इस तरह दूर ले जाना ही था,
तो इतनी गहराई से दिल मिलाए ना होते.,
अश्क बन कर आँखों से बहते हैं,
बहती आँखों से उनका दीदार करते हैं,
माना की ज़िंदगी मे उन्हे पा नही सकते,
फिर भी हम उनसे बहुत प्यार करते हैं.,
उनका भी कभी हम दीदार करते है,
उनसे भी कभी हम प्यार करते है,
क्या करे जो उनको हमारी जरुरत न थी,
पर फिर भी हम उनका इंतज़ार करते है.,
वो आये हैं महफिल में मगर खुशी से नहीं,
वो बैठे हैं हमारे पास मगर दिल से नहीं,
कौन कहता है वो प्यार नहीं करते,
करते तो हैं मगर हमसे नहीं.,
जिंदगी देने वाले , मरता छोड़ गये,
अपनापन जताने वाले तन्हा छोड़ गये,
जब पड़ी जरूरत हमें अपने हमसफर की,
वो जो साथ चलने वाले, रास्ता मोड़ गये.,
तिनका तिनका तूफान में बिखरते चले गये,
तनहायी की गहराईयो में उतरते चले गये,
उड़ते थे जिनके सहारे आसमांन में हम,
एक एक करके सब बिछड़ते चले गये.,
आंसू से पलके भींगा लेता था,
याद तेरी आती थी तो रो लेता था,
सोचा था की भुला दूँ तुझको मगर,
हर बार ये फैसला बदल लेता था.,
कब्र के सन्नाटे में से एक आवाज़ आयी,
किसी ने फूल रखके आंसूं की दो बूंद बहायी,
जब तक था जिंदा तब तक ठोकर खायी,
अब सो रहा हूं तो उसको मेरी याद आयी.,
उसकी पलकों से आँसू को चुरा रहे थे हम,
उसके ग़मोको हंसींसे सजा रहे थे हम,
जलाया उसी दिए ने मेरा हाथ जिसकी,
बालो को हवासे बचा रहे थे हम.,
तुमको छुपा रखा हे इन पलकों मे,
पर इनको ये बताना नहीं आया,
सोते हुए भीग जाती हे पलके मेरी,
पलकों को अब तक दर्द छुपाना नहीं आया.,
हर पल दिल को बहला लेता हूँ,
तन्हाई में खुद को ही दोस्त बना लेता हूँ,
याद उनको करके मुस्कुरा लेता हूँ,
गुजरे लम्हों को फिर करीब बुला लेता हूँ.
तेरी उल्फत को कभी नाकाम ना होने देंगे,
तेरी दोस्ती को कभी बदनाम ना होने देंगे,
मेरी जिंदगी में कभी सूरज निकले ना निकले,
तेरी जिंदगी में कभी शाम नहीं होने देंगे.,
तेरी याद में लिखी हर एक ग़ज़ल को रहता है इंतेज़ार,
इन लफ़्ज़ों के ज़रिए पहुँच जाए तुम तक मेरा प्यार.,
कमज़ोरी नहीं ताक़त हैं ये आँसू ,
दर्द ने ही हमें मज़बूत बनाया है,
आज उस प्यार के लिए रो दिए तो क्या,
इश्क़ ने दुनिया को बहुत रुलाया है.,
नहीं इन्हें कमज़ोरी ना समझना,
औरों के लिए जो हम आँसू बहाते हैं,
ये तो सबूत हैं उस गहराई का,
जिसे कम लोग पहचान पाते हैं.,
मुहब्बत के इस रिवाज़ को ना जवाब ना जज़्बा मिला,
रूह से निकली आवाज़ को बस अल्फ़ाज़ का दर्जा मिला.,
बदल रहा हैै जमाना चलो अब खुद को बदल कर देखते है,
तुम ना चल पाओगे हमरे साथ अब अकेले ही चल कर देखते है.,
हुआ है तुझसे बिछड़ने के बाद ये मालूम,
कि तू नहीं था तेरे साथ एक दुनिया थी.,
तू याद है उम्र भर का तुझे भुलाए तो भुलाए कैसे,
यकीन अभी भी नहीं होता तेरे छोड़ जाने का,
तू ही बाता खुद को यकीन दिलाए तो दिलाएंगे कैसे.,
दर्द महसूस करना है तो ये दिल लगा के देखो,
इन निगाहों में किसी को बसा के तो देखो,
उनके छोटे से दर्द को भी तुम सह न पाओगे,
एक बार इश्क के दरिया में नहा के तो देखो.,
खुशी से अपना दिल आबाद करना,
हर ग़म को अपने दिल से आजाद करना,
बस आपसे एक ही गुजारिश है हमारी,
यूं ही उम्र भर हमसे हमेशा प्यार करना.,
ये सिला मिला है मुझको तेरी दोस्ती के पीछे
की हजार गम लगे है मेरी जिन्दगी के पीछे.,
ज़िन्दगी ने कई सवालात बदल डाले,
वक़्त ने मेरे हालात बदल डाले,
मैं तो आज भी वही हूॅ जो मैं कल था,
बस मेरे लिए लोगों ने अपने खयालात बदल डाले.,
लरजते लव पे तबस्सुम न बिखेरो ऐसे,
क्या खबर किसकी मौत अ जाए,
मेरा क्या मैं तो अजनबी हूं अमन,
सोचो अपना न कोई मर जाए.,
दर्द का साज़ दे रहा हूँ तुम्हे,
दिल का हर राज़ दे रहा हूँ तुम्हे,
ये गज़ल-गीत सब बहाने हैं,
मैं तो आवाज़ दे रहा हूँ तुम्हे.,
बात करनी थी, बात कौन करे,
दर्द से दो-दो हाथ कौन करे,
हम सितारे तुम्हें बुलाते हैं,
चाँद न हो तो रात कौन करे.,
ना तस्वीर है उसकी जो दिदार किया जाऐ,
ना पास है वो जो उससे प्यार किया जाऐ.,
ये कैसा दर्द दिया उस बेदर्द ने,
ना उससे कुछ कहा जाऐ ना उसके बिन रहा जाऐ.,
किस्मत के तराज़ू में तोलो,तो फ़कीर हैं
हम और दर्द-ए-दिल में हम सा कोई नहीं.,
किन लफ़्ज़ों में बंया करूँ दर्द-ए-दिल को मैं,
सुनने वाले तो बहुत हैं, समझने वाला कोई नही.,
दर्द ए दिल को सीने में छुपाना आ गया,
मचलती हसरतों को अब दबाना आ गया,
ना रखता हूँ उम्मीद ए वफा एहले जहाँ में,
हसीन चेहरों से नकाब हमें उठाना आ गया.,
रूठ कर हमसे सदा के लिए जाने वाले,
बेवज़ह बेसबब ही दिल को दुखाने वाले,
मेरी मजबूरियों को गर कभी समझा होता,
मेरे सीने से लिपट जाता रुलाने वाले.,
गहरी रात भी थी हम दर भी सकते थे,
हम जो कहे ना सके वो कर भी सकते थे,
तुम ने साथ छोड़ दिया हमारा ये भी ना सोचा,
हम पागल थे तेरे लिए मर भी सकते थे.,
हम अजनबी थे जब तुम बातें खूब किया करते थे,
अब सना साईं है तो तुम हमको याद भी नहीं करते.,
ये ना पूछ के शिकायेतें कितनी है तुम से,
तो बता तेरा कोई और सितम बाकी तो नाही.,
अब से सावन में सब का हिसाब कर दूंगा,
जिसका जो बाकी है में वो हिसाब कर दूंगा,
और मुझको इस गिलास में ही क़ैद रखना वरना,
पुरे शहर का पानी से सह्राब कर दूंगा.,
आज में ने तलाश किया उसे अपने आप में,
वो मुझे हर जगह मिला मेरी तकदीर के सिवा.,
Conclusion
दोस्तों मै यह आशा करता हु की आपको यह सभी Dard Bhari shayari काफी पसंद आई होगी और साथ मे आप अपने दिल को बहुत मजबूत भी कर लिए होंगे ताकि अपने आप को आगे बढ़ाने के लिए।