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Shayari on Eyes – दोस्तों आज के समय मे जब आप कभी कही जाते हो तो आपको कोई ऐसा जरूर दिखता होगा जिसकी आँखों मे देखने के बाद आप उनकी आँखों को काभी भूल नहीं पते क्योंकि वह आँख आपके दिल मे कब्जा कर लेती है।
जिसके बाद बस आप उसी आँखों के बारे मे सोचते हो की
कास उससे मै बोल पता,,
वो आँख वाली कौन है,,
वो आँख वाली बहुत प्यारी थी,,
इसी तरह आप उसी के बारे मे सोच कर बहुत परेशान होने लगते हो तब आपको जरूरत होती केवल कुछ अच्छी शायरी की जो आपके मन को बदल सके इस लिए आज हम आपको कुछ अच्छी Shayari on Eyes बताने जा रहे।
इस इन शायरी को जरूर पढ़ो ताकि आप अगली बार जब उन आँख वाली से मिलों और कुछ बोल न सको तो कम से कम उन आँखों के बारे मे सोच कर परेशान न हो सको।
Shayari on Eyes in Hindi
मैं आपकी खूबसूरती को,
अपनी आंखों में झांकना चाहता हूं.,
उसकी आँखें सवाल करती हैं,
मेरी हिम्मत जवाब देती है.,
जो उनकी आँखों से बयां होते हैं,
वो लफ्ज़ शायरी में कहाँ होते हैं.,
तुम्हारी याद में आँखों का रतजगा है,
कोई ख़्वाब नया आए तो कैसे आए.,
तुम्हारी निगाहें बहुत बोलती हैं,
जरा अपनी आँखों पे पलके गिरा दो.,
क्या कशिश थी तुम्हारी आँखों मे,
तुझको देखा और तेरा हो गया.,
मै उस की आंखों को नही देखता,
क्योंकि रमजान मे नशा हराम है.,
इकरार में शब्दों की एहमियत नहीं होती,
दिल के जज़्बात की आवाज़ नहीं होती.,
आँखें बयान कर देती है दिल की दास्तान,
मोहब्बत लफ्जों की मोहताज नहीं होती.,
जब भी देखता हूँ मुझसे हरबार नज़रें चुरा लेती है,
मैंने कागज़ पर भी बना के देखी हैं आँखें उसकी.,
उठती नहीं है आँख किसी और की तरफ,
पाबन्द कर गयी है किसी की नजर मुझे,
ईमान की तो ये है कि ईमान अब कहाँ,
काफ़िर बना गई तेरी काफ़िर-नज़र मुझे.,
उस घड़ी देखो उनका आलम,
नींद से जब हों बोझल आँखें,
कौन मेरी नजर में समाये,
देखी हैं मैंने तुम्हारी आँखें.,
आँखों में मेरी कई लोगो ने पड़ा है,
पिंजरे के पंछी सा दिल बेबस खड़ा है,
खुले आसमान में उड़ने को बेकरार है,
किसी और का नहीं मुझे सिर्फ तेरा ही इंतेज़ार है.,
मेरी आंखों के आंसू कह रहे मुझसे,
अब दर्द इतना है कि सहा नहीं जाता,
न रोक पलको से खुल कर छलकने दे,
अब यूं इन आंखों में रहा नहीं जाता.,
इन आँखों में रहा दिल में उतरकर नहीं देखा,
कश्ती के मुसाफ़िर ने समन्दर नहीं देखा,
पत्थर कहता है मुझे मेरा चाहनेवाला,
मैं मोम हूँ उसने मुझे छूकर नहीं देखा.,
आज किसी की दुआ की कमी है,
तभी तो हमारी आँखों में नमी है,
कोई तो है जो भूल गया हमें,
पर हमारे दिल में उसकी जगह वही है.,
जब से देखा है तेरी आँखों मे झाक कर,
कोई भी आईना अच्छा नहीं लगता,
तेरी मोहब्बत मे ऐसे हुए हैं दीवानें,
तुम्हें कोई और देखें अच्छा नहीं लगता.,
परछाई आपकी हमारे दिल में है,
यादे आपकी हमारी आँखों में है,
कैसे भुलाये हम आपको,
प्यार आपका हमारी साँसों में है.,
रात की गहराई आँखों में उतर आई,
कुछ ख्वाब थे और कुछ मेरी तन्हाई,
ये जो पलकों से बह रहे हैं हल्के हल्के,
कुछ तो मजबूरी थी कुछ तेरी बेवफाई.,
तेरी आँखों के जादू से तू ख़ुद नहीं है वाकिफ़,
ये उसे भी जीना सिखा देती हैं जिसे मरने का शौक़ हो.,
निगाह-ए-लुत्फ़ से एक बार मुझको देख लेते हैं,
मुझको बेचैन करना जब उन्हें मंजूर होता है.,
तुम्हारी याद में आँखों का रतजगा है,
कोई ख़्वाब नया आए तो कैसे आए.,
ये आईने नही दे सकते हैं तुम्हे तुम्हारी खूबसूरती की ख़बर,
कभी मेरी इन आँखों में झांक कर देखो की कितनी हसीन हो तुम.,
हर बार मैं तेरी मुस्कुराती आँखों को देखता हूँ,
चला आता हूँ मैं तेरे पास ख़यालों में उड़ते हुए.,
आपकी आँखों की ‘तौहीन’ है ज़रा सोचो,
आपका चाहने वाला शराब पीता है,
मैंने चख के देख ली दुनिया भर की शराब की बोतलें,
जो नशा आपकी आँखों में था वो किसी में नहीं.,
कोई आँखों से बातें करता हैं,
कोई आँखों से मुलाकाते करता हैं.,
बड़ा मुश्किल होता हैं जवाब देना,
जब कोई मुझ से चुप रह के सवाल करता हैं.,
सामने ना हो तो तरसती हैं आँखें,
याद में तेरी बरसती हैं आँखें,
मेरे लिए ना सही, इनके लिए ही आ जाया करो,
तुमसे बेपनाह मोहब्बत करती हैं ये आँखें.,
जो उनकी आँखों से बयां होते हैं,
वो लफ्ज़ शायरी में कहाँ होते हैं.,
जब-जब बिखरेगा आपके गालों पे तेरी आँखों का पानी,
तब आपको एहसास होगा की मोहब्बत किसे कहते है.,
तुम्हारी निगाहें बहुत बोलती हैं,
जरा अपनी आँखों पे पलके गिरा दो.,
मालूम है मुझे तुमने बहुत सी बरसातें देखी है,
लेकिन मेरी इन आँखों से सावन हार जाता है.,
एक नजर फेर ले जीने की इजाजत दे दे,
रुठने वाले वो पहली सी मोहब्बत दे दे.,
डूबा हुआ हूँ ना निकल पाऊँगा मैं कभी,
ख़ूबसूरत मुस्कुराहट और आँखों से तेरी.,
हम अल्फ़ाज़ों को ढूँढ़ते रह गए,
और वो आँखों से ग़ज़ल कह गये.,
जो आँख भी मिलाने की इजाज़त नहीं देता,
दिल उसको ही निगाहों में बसाने पर तुला है.,
निगाहों में कोई भी दूसरा चेहरा नहीं आया,
भरोसा ही कुछ ऐसा था तुम्हारे लौट आने का.,
देख लिया मैंने इन आँखों से,
दुनिया के हर रंग को,
पर जो रंग चढ़ा इन आँखों पे,
उस रंग में बस एक तुम ही हो.,
खूबसूरती न सूरत में है न लिबास में,
निगाहें जिसे चाहे उसे हसीन कर दे.,
जो उनकी आँखों से बयां होते है,
वो लफ्ज़ शायरी में कहाँ होते है.,
इश्क़ के फूल खिलते हैं,
तेरी खूबसूरत आँखों में,
जहाँ देखे तू एक नजर वहां,
खुशबु बिखर जाए.,
इश्क़ निगाहें करती हैं,
तरपना दिल को परता है.,
तुम जैसे हसीन आँखों वाले,
जब आते हैं साहिल पर,
लहरें भी शोर मचाती हैं.,
एक नजर देख ले हम जीने की इज़ाज़त दे दे,
ऐ रूठने वाले वो पहली सी मोहब्बत दे दे.,
तुम्हारी आँखों की क्या तरीफ करू बस इनमे,
डूब जाने की ख्वाइश है,
पहले ही तेरी अदा के दीवाने हैं,
अब किस बात की गुंजाईश है.,
शोर न कर धड़कन जरा थम जा कुछ पल के लिए,
बड़ी मुश्किल से मेरी अआंखों में उसका ख्वाब आया है.,
लब तो खामोश रहेंगे,
ये वडा है मेरा तुमसे,
अगर कह बैठी कुछ निगाहें,
तो खफा मत होना.,
किसी ने कहा आपकी आंखें,
बहोत खूबसूरत हैं मेने,
कह दिया बारिश के बाद मौसम,
अक्सर सुहाना हो जाता है.,
आंसू आए तो खुद पोछना,
लोग पोछेंगे तो सौदा करेंगे.,
दिल को संभाल के रखा था हमने ज़माने के नजरानों से.
कम्बख्त आँखों ने तुम्हारी हमे आशिक़ बना दिया.,
बंद करके जुबां हम प्यार को छुपा बैठे थे.
पर आंखों की जुबां ने सब कह दिया.,
इक टक देखे जा रहा हूँ मैं उनकी ओर.
सुना है आँखें मिलती हैं तो दिल भी मिल जाते हैं.,
उनके आने से खिल उठती थीं जो, वो नज़रें तब मुरझा गईं.
बेगैरियत की वो बातें जब, मेरे दिल को याद आ गयीं.,
न पूछो मेरी आँखों से, कि इनमे क्यों नमी सी है,
है सब कुछ मेरे पास ज़िन्दगी, पर फिर भी एक कमी सी है,
न होता प्यार तो अच्छा होता, हम जी लेते तनहा होके,
अब टूटे दिल को क्या समझाएं , क्यों ज़िन्दगी थमी सी है.,
हो तुम भी तनहा मालूम है मुझको,
मेरी याद तुम्हे भी आती है,
मत पूछो कैसे मालूम है मुझको,
मुझे आँखें पढ़नी आती है.,
देख लिया मैंने इन आँखों से, दुनिया के हर रंग को,
पर जो रंग चढ़ा इन आँखों पे, उस रंग में बस इक तुम ही हो.,
खामोश रहकर भी कह जाती हो जो इतनी हसीं बातें,
ये हुनर तुम्हारा है, या तुम्हारी नज़रों का एक खेल है.,
इधर हम उनकी आँखों पे शायरी लिख रहे हैं,
उधर वो उन्हीं आँखों से दूसरो की Profile चेक कर रहे हैं.,
था नशा बड़ा तेरी आँखों में, इक पैमाना हमको भी पीना था,
पर सूज गयीं आँखें मेरी, तेरा आशिक़ बड़ा कमीना था.,
हमेशा जो खुद को सजाये रखते हैं,
अंदर और ही हुलिया बनाये रखते हैं,
पत्थर आँखें ही दिखाई देती हैं,
दिल में एक दरया सा रुकाये रखते हैं.,
रंजिश क्या करे हम उनसे,
ये अपना दिल है जो उनका हो चला,
उनको पाने की ज़ुस्तजु में,
मैं अपना वजूद ही खो चला.,
संभाल लिया हैं खुद को,
पर ये आँखें परेशान करती है,
जो उनकी तस्वीर को लिए,
बड़ी शिददत से उनका इंतजार करती हैं.,
मचलती तमन्नाये वक़्त दर वक़्त बदलती रहती है,
आँखे है बेज़ुबान फिर भी हर राज़ उगलती रहती है.,
तेरे आँखों की मैं पलक बनना चाहुँ,
तेरे उस दीदार का मैं गवाह बनना चाहुँ,
क्या दूँ तुम्हे अपने इश्क़ की इन्तेहाँ जब,
मैं तुझमे समाकर बस तेरी रूह बनना चाहुँ.,
आँखों के रास्ते तुम दिल में उतर जाओ,
इस दिल के ज़मीं को प्यार की बारिश से भिगा जाओ,
तनहाइयों के आलम में बहुत अकेले है हम,
आकर सनम इस रिश्ते को अमर बना जाओ.,
तेरे प्यार में हमने अपना होंश गवां दिया,
आँखों में तेरी झांककर खुदको तुझमे समां दिया,
जब से चढ़ा है आपके इश्क़ का नशा आँखों पर,
बस तब से इस खाली दिल में आपको संवार दिया.,
भुलाना चाहुँ तुम्हे जितना उतना आँखों में उतरती जाती हो,
दूर जाकर भी तुम मेरे धड़कन में समाती जाती हो,
क्या है क्यों है कैसे है इतनी मोहब्बत तुमसे हमे की,
जितना उतारूं तुम्हे तुम उतना दिल में बढ़ती जाती हो.,
दुनिया की सारी मुसीबत मेरे साथ में हो,
चाहे आँधियां तूफ़ान मेरे सामने हो,
एक मुस्कान के साथ डट कर खड़ा रहूँगा,
सनम तेरा चेहरा बस मेरे आँखों के सामने हो.,
पिता की आँखे कुछ अलग हुआ करती है,
अश्क भी नहीं बहाती फिर भी दर्द कहा करती है.,
माँ की आँखों में झलकता सिर्फ प्यार है,
ये सारा प्यार उसका अपने बच्चे पर कुर्बान है.,
नैनों को नींद नसीब नहीं होती ,
जब तू मेरे दिल के करीब नहीं होती,
तुम्हारे आने से ज़िन्दगी में बहार है ,
वरना तो मेरा हर एक दिन बेकार है.,
आँखों में दिलबर की तस्वीर है,
इसलिए वो दिखती चारो ओर है,
आँखें बंद करू या खोलू,
मेरे नैनों से तेरे नैनों तक बंध गयी डोर है.,
उनकी आँखों का जब-जब मुझपे जादू चलता है,
मेरा आशिक दिल एकदम से मचल पड़ता है.,
आँखों की ये गुज़ारिश है,
कि फिर से हो दीदार तुम्हारा,
फिर चाहे तुम मिलो ना मिलो,
बस तुम्हारी छवि से गुज़रे जीवन हमारा.,
जब आँखों से आँखें मिलती है,
तो इश्क की कलियाँ खिलती है,
इन कलियों की खुशबू से फिर,
ज़िन्दगी की हर घडिया महकती है.,
उठती नहीं है आँख मेरी तरफ उनकी ,
पाबन्द कर गयी है नजर जिसकी,
पलकों की तो ये है कि वो झुक गयी है,
मेरी आहे रोने लगी है भर गए है आंसू की टंकी.,
बिना पूछे ही जाग जाती हैं सवालों की पुतलियाँ,
कुछ आँखें हाज़िर-जवाब हैं किसी के इंतजार में.,
नींद को आज भी शिकवा है मेरी आँखों से,
मैंने आने न दिया उसको कभी तेरी याद से पहले.,
नींद से जब हों बोझल आँखें, मत पूछ हाल क्या है,
दिल कहता है जल्दी से बता आखिर तेरा सवाल क्या है.,
मेरे बस में अगर होता हटा कर चाँद तारों को,
मैं नीले आसमां पे बस तेरी आँखें बना देता.,
उसकी कुदरत देखता हूँ तेरी आँखों में,
कुछ कहती नहीं है हगामा पुरे शहर है.,
बड़ी मुश्किल से खुद को सुलाया है मैंने,
अपनी आँखों को तेरे ख्वाब का लालच देकर.,
हमारी आँखों में झाँकने से पहले,
जरा सोच लेना सनम,
पलके झुका ले तो कयामत होगी,
नजरें मिला ले तो मुहब्बत होगी.,
फिर ना कर मेरी गुस्ताख निगाहों से गिला,
मत कहना ना मिला खुदा ना ही सनम मिला.,
कोई दीवाना दौड़ के लिपट जाएगा,
आँखों मिला के युं ना देखा कीजिए.,
मुझ से कहती थीं उसकी शराबी आँखें,
हुजूर आप वो ज़हर मत पिया कीजिये.,
अजीब कशिश है उसकी आँखों में,
मेरा दिल कह पड़ा मुझे यही चाहिये.,
इश्क के फूल खिलते हैं तेरी आँखों में,
महक जाता है समां उनकी चुप बातो में.,
नींद को आज भी शिकवा है मेरी आँखों से,
मैंने आने न दिया उसको कभी तेरी याद से पहले.,
जाती है इस झील की गहराई कहाँ तक,
आँखों में तेरी डूब के देखेंगे किसी रोज.,
महकता हुआ जिस्म तेरा गुलाब जैसा है,
नींद के सफर में तू एक ख्वाब जैसा है.,
दो घूँट पी लेने दे आँखों के प्याले से,
नशा तेरी आँखों का शराब जैसा है.,
तमाम अल्फाज़ नाकाफी लगे मुझको,
एक तेरी आँखों को बयां करने में.,
ये कायनात सुराही थी, जाम आँखें थीं,
मुवसलत का पहला निज़ाम आँखें थीं.,
कोई आग जैसे कोहरे में दबी-दबी सी चमके,
तेरी झिलमिलाती आँखों में अजीब सा शमा है.,
साकी को गिला है कि उसकी बिकती नहीं शराब,
और एक तेरी आँखें हैं कि होश में आने नहीं देती.,
बहुत बेबाक आँखों में ताल्लुक टिक नहीं पाता,
मोहब्बत में कशिश रखने को शर्माना जरूरी है.,
अगर कुछ सीखना ही है तो,
आँखों को पढ़ना सीख लो,
वरना लफ़्ज़ों के मतलब तो,
हजारों निकल आते है.,
सिर्फ आँखों को देख के कर ली उनसे मोहब्बत,
छोड़ दिया अपने मुक़द्दर को उसके नक़ाब के पीछे.,
मिली जब भी नजर उनसे धड़कता है हमारा दिल,
पुकारे वो उधर हमको इधर दम क्यों निकलता है.,
उतर चुकी है मेरी रूह में किसी की निगाह,
तड़प रही है मेरी ज़िंदगी किसी के लिए.,
मिलायेंगे नजर किससे कि वो बेदीद हैं ऐसे,
नहीं आईना में आँखें मिलाते अपनी आँखों से.,
ज़फ़र गिरिया हमारा कुछ-न-कुछ तासीर रखता है,
उन्हें हम देखते हैं मुस्कुराते अपनी आँखों से.,
इश्क के फूल खिलते हैं तेरी खूबसूरत आँखों में,
जहाँ देखे तू एक नजर वहाँ खुशबू बिखर जाए.,
अब तक मेरी यादों से मिटाए नहीं मिटता,
भीगी हुई इक शाम का मंज़र तेरी आँखें.,
Conclusion
मेरे हिसाब से अपने इन सभी शायरी को पूरा जरूर पढ़ लिया होगा अब आप हमे यह बताए की यह shayari on eyes in hindi आपको कैसी लगी क्या आपको यह पसंद आई और इसे पढ़ने के बाद आपके दिल को सुकून मिल की नहीं।